सीए सरोज साहब ने पांच कहानियों की एक श्रंखला बनाई है. हर कहानी में आपको भरपूर आनन्द आएगा. श्रंखला की चौथी कहानी ‘फ्लाईंग स्काउट’ आपके सामने है. आप पढ़ रहे हैं सरोज की कहानियाँ
स्कूल की प्रार्थना के बाद पी.टी मास्टर कक्षा 10 के बच्चे को बुरी तरह से पीटने लगा नुकीले जूते से लातों की बरसात कर दी वो बेहोश हो गया,स्कूल के सारे अध्यापक सभ्य थे वो खामोश रहे फिर सहपाठी छात्रों की क्या हिम्मत कि वो बोलते .
उसका केवल एक अपराध था ‘राष्ट्रीय गान’ में जोर की खुजली को रोक नही पाया, भीषण जुलाई की भीषण उमस लम्बी धूप, प्रार्थनाएं. गरीब वो था ही ये कम बड़ा अपराध नहीं था.घटना के परिणाम स्वरुप उस सदमे में फिर वो कभी स्कूल नहीं गया, आखिरी बार उसे मैंने एक मेले में मूंगफली की रेहडी लगाये देखा था और वो पी.टी मास्टर दबंगई के दम पर आज ‘फ्लाइंग स्काउट’ बन गया है.