रतन बाबू नाम था और गणित के प्रकांड विद्वान होते थे सच्ची वाले। । गणित की कोई ऐसी थ्योरम नहीं जो उन्होंने सुलझाई न हो। गणित के पीछे भयंकर रूप से पाग...
हिम शिखरों की रहने वाली, मंडी के गोभी के फूल के रंग की दीदी जब तीसरे दर्जे में पहुंची तो उसे हिमशिखरपाद पर बसे हल्द्वानी आना पड़ा. पनीर कहकर गला हुआ...