एक फिल्म रिलीज हुई आज ‘ए दिल है मुश्किल ‘. वैसे रिलीज से पहले काफी हंगामें कर चुकी है ये फिल्म और पब्लिसिटी इतनी जबर हुई है कि बेफालतू में करोड़ों वाले क्लब में इसने पहुचना ही पहुंचना है. फवाद खान, पकिस्तान , आर्मी जैसे सभी ट्रेंडिंग शब्दों से गुजर चुकी इस फिल्म की कहानी कुछ नयी नहीं है.
मुझे तो लगा कि करण जौहर ने बस कुछ नहीं मिला तो इसी पर बना दी . अब एक रणबीर होता है और एक अनुष्का होती है . दूसरी तरफ एक एश्वर्या होती है और एक फवाद होता है. अब ट्रेलर में आपने देख ही लिया होगा कि एश्वर्या रणबीर के साथ दिखी . तो सिम्पल सी बात है या तो अनुष्का के साथ कुछ हुआ होगा या फवाद के साथ…. बस बस सही समझ रहे हो वही पूरी स्टोरी है.
पूरी फिल्म इसी पर बेस्ड है, आप कभी अलविदा ना कहना का 2016 वर्जन कह सकते हो, अब सेम टू सेम स्टोरी तो नी कर सकते इसलिए इसे अपडेटेड वर्जन कह लो. इसमें कल हो ना हो से शाहरुख की बीमारी ली गयी है जो एश्वर्या को है कभी अलविदा ना कहना से थीम ली है जो कहानी ही है , कुछ कुछ होता है से जुदाई ली है जो दोनों कपल को है कभी खुशी कभी गम से लोकेशन ली है. बस बन गयी फिल्म .
हाँ एश्वर्या की ख़ूबसूरती देखने जाना है तो हो आओ निराश नहीं होगे. बाकी फिल्म में कुछ एसा नहीं है जिसकी चर्चा की जाए, अनुष्का ठीक लगी है, करण ने रब ने बना दी जोड़ी के टाईम कहा था इस लडकी को कभी फिल्म में नहीं लूंगा और आज उसी के साथ फिल्म बनाई मतलब करण अपनी जुबान का पक्का नहीं है .
ए दिल है मुश्किल देखना इसे, दिवाली में पटाखे कम फोड़ने का मन हो तो जरूर देखने जाना .