पिथोरागढ़

 
  • संस्मरण:भाटकोट

    कालेज के दिनों में पहाड़ की सर्दियों में गुनगुनाती धूप में, एक पार्क में लिखने की शैली पर एक गंभीर चर्चा चल रही थी,वहां के कई लेखन के दिग्गज मौजूद थे, ...
    फरवरी 19, 2020 कमल पंत
  • उर्स ए पिथौरागढ़ भाग 3

    सिन्ना और सिंगाण इससे पहले की प्रदीप कुछ समझ पाता. उसने खुद को महर्षि विद्या मंदिर के पिछले हिस्से में गिरा पाया और एक सच्चे पहाडी की तरह उसके मुह से ...
    जनवरी 21, 2018 Girish Lohni
  • अपनी माटी अपना बचपन- 10

    डाक्टर अनिल कार्की कहते हैं कि अपनी माटी अपना बचपन की यह 10वीं किश्त’भोटिया-भोट जुमली-जुमला’आप सब लोगों के लिए बैलों के साथ लेखक डाक्टर अनिल कार्की मे...
    जून 28, 2017 ओये बांगड़ू
  • एसे उड़ते हैं हवा में ,पढ़िए अनुभव

    ये अनुभव जो आप पढ़ रहे हैं ,हवा में उड़ने का अनुभव है, तस्वीरें भी हवा की हैं और नज़ारे पहाड़ों के हैं, ये पैराग्लाईडिंग का अनुभव है, हेम पन्त लिख रहे हैं...
    फरवरी 3, 2017 ओये बांगड़ू
  • मेरी आमा की दुनिया#1

    चंद्रा मेहता मूल रूप से पिथोरागढ़ निवासी हैं, इस पहाड़ी लड़की ने अंगरेजी में मास्टर की उपाधी अर्जित कर ली है लेकिन लिखना हिंदी में चाहती है वो भी हिंदी प...
    दिसंबर 9, 2016 ओये बांगड़ू