लेखक परिचय – विनोद पन्त जी कुमाउनी के कवि हुए, लेकिन व्यंग्य और संस्मरण में भी इनका गजब ही हाथ हुआ।
हरिद्वार इनका निवास स्थान है लेकिन दिल खंतोली(बागेश्वर) में बसने वाला हुआ। इसी दिल के चक्कर में पहाड़ की एसी एसी नराई(यादें) ले आते हैं कि पढ़ कर आप भी वहाँ को याद करने लगो।
वर्तमान हालात को देखते हुए मेरी दाप ( दमची अतरी पार्टी ) ने निर्णय लिया है कि भर्तियो में पारदर्शिता लाने के लिए और भर्ती के नियम सरल बनाने के लिए हमारी पार्टी के सत्ता में आते ही कुछ उयाय किये जाऐगे । ताकि गरीब बेरोजगार अपने ज्वाते घिसे या घुन , बरमान फोडे या अपने भांट टोडे उसे रोजगार न मिल सके |
नियम कुछ इस प्रकार होगे –
१- हमारे द्वारा अधिकृत किसी हाकम से बित्त प्राप्ति का प्रमाणपत्र हाकम दा से प्रमाणित करवा कर प्रार्थना पत्र में सलग्न कराना होगा |
२- हमारी पार्टी के किसी नेता , बिधायक या मन्त्री से रिश्तेदारी का प्रमाणपत्र सलग्न कराना होगा .
३- मेरी पार्टी के नेता , बिधायक मन्त्री या स्वयं मेरी चमचागिरी का प्रमाणपत्र भी लगा सकते हैं .
४- मेरे ओ एस डी , मेरे ओ एस डी के रिश्तेदार या मेरे बिधायको के ओ एस डी या ओ एस डी के रिश्तेदार होने का प्रमाणपत्र सलग्न करना होगा .
५- एक शपथपत्र सलग्न करना होगा जिसमें स्पष्ठ उल्लेख करना होगा कि नौकरी पाने में लगा खरचा सूद समेत वापस वसूलूंगा
६- किसी भी विभाग में नियुक्ति के विग्यापन कही भी प्रकाशित नही होगे .. अभ्यर्थी को स्वयं जुगाड लगाकर पता करना होगा . खाल्ली हकाहाक चूटाचूट करने से सबको पता लग जाता है और गरीबो के बच्चे फार्म भर देते हैं .
७- नौकरी के लिए प्रार्थना पत्र के साथ अपने पिता का आय प्रमाणपत्र लगाना होगा . पिता की आय करोडो में होनी चाहिये . ताकि मैं कुछ मागूं तो बिना हीलहुज्जत के मिल जाय .
८- नियुक्ति के लिए मूल निवास प्रमाणपत्र जरूरी होगा . वो फरजी भी होगा तो चलेगा . हमें तो फाइलो के पेट भरने ठैरे .
९- मेरे मन्त्रियो , बिधायको और परिचितो के बच्चों को नौकरी में शत प्रतिशत आरक्षण मिलेगा .