उत्तर प्रदेश के बहराइच के रहने वाले नामवर उर्फ नमित@स्टाइलिश ने दिल्ली में आकर काफी संघर्ष किया और धीरे धीरे मेहनत,जुगाड़ और “कांटेक्ट” के दम पर वह एक एप डेवलपर बन गया। नमित हर तीसरे भारतीय बच्चे की तरह एक कुकुरमुत्ते की तरह उग आए इंजीनियरिंग कॉलेज का छात्र था और बीटेक 2012 था।
उसकी पहली प्लेसमेंट कॉलेज की तरफ से नहीं थी, बल्कि उसने गोंडा में ही पापा के कांटेक्ट से किसी सरकारी ऑफिस में 6 महीने काम करके अपना फ्रेशर का टैग हटाया था, वहीं मौजूद एक इंजीनियर साहब ने उसे अपने दोस्त का कांटेक्ट देकर दिल्ली भेज दिया और इधर नमित एक बढ़िया मल्टिनेशनल कम्पनी का एम्प्लॉई बन गया। 7 साल की कड़ी मेहनत और डेडिकेशन के दम पर नमित ने कम्पनी में एक बढ़िया सैलरी लेना शुरू कर दी ।
दिल्ली में ईएमआई पर एक फ्लैट लेकर गांव से मम्मी पापा को गृह प्रवेश के लिए बुला लिया । गृह प्रवेश के दिन भारत के 90% माता पिता की तरह नमित के माता पिता ने भी शादी का शगूफा छोड़ दिया। नमित भी कॉलेज के 4 साल और नौकरी के 7 साल में यह जान चुका था कि उसके बस कि है नहीं लड़की पटाना, इसलिए माता पिता से ही ढूंढ़वाई जाए।
बदलते वख्त में एक हाईटेक पंडित ने दर्जन भर रिश्ते दिखाए लेकिन दिल्ली वाले नमित के लिए गोंडा वाले माता पिता को एक भी रिश्ता पसन्द नहीं आया। अब अपने इंजीनियर लौंडे के लिए गांव की गंवार थोड़ी न पसन्द कर लेंगे।
हाइटेक पंडित ने शादी वाली वेबसाईट से लेकर अपने आस पड़ोस मोहल्ले गांव की सभी कुंडलियां छान मारी लेकिन नमित के लिए उसके मां बाप एक भी पसन्द नहीं कर पाए।
हाईटेक पंडित ने अब नमित से सीधा संपर्क साधा और उसे एक टिकटाकर कन्या दिखा दी। जो 12 th पास जरूर थी लेकिन बचपन से दिल्ली वाली थी और ऊपर से 10k फॉलोवर आन टिकटाक।
नमित को लड़की तो पसन्द आ गयी लेकिन टिकटाक पसन्द न आया, इसलिए रिश्ता होल्ड पर डाल दिया गया। साल बीता और टिकटाक भी बीत गया। उधर पंडित जी ने नमित से फिर सम्पर्क किया, लॉकडाउन में शादी का धंधा मंदा चल रहा था। नमित भी दिल्ली के फ्लैट में अकेला पड़ा पड़ा बोर हो चुका था। नमित ने होल्ड पर गए रिश्ते को ओके बोल दिया। लॉकडाउन नियमावली के हिसाब से 20 लोगों में शादी करवा दी गई और नमित के माता पिता अपने पुत्र और बहू को छोड़कर गोंडा लौट आये।
इधर वो गोंडा लौटे, उधर टिकटाक लौटा इंस्टाग्राम पर रील का वैष्णव अवतार लेकर। नमित दिन भर वर्क फ्रॉम होम के जंजाल में फंसा रहता और नमिता ने इंस्टाग्राम में इंस्टाग्राम बहु का अवतार ले लिया, जहां वो आधुनिक बहुओं के रूपों पर गहन विचार विमर्श किया करती। इंस्टाग्राम ने इंस्टाग्राम बहु को 20k फॉलोवर दे दिए थे।
2021 आते आते नमित भी उन गौरवशाली बेरोजगारों की लिस्ट में शामिल हो गया जिन्होंने कोरोना में अपनी नौकरी की शहादत दी हो।
वापस गोंडा जाने के अलावा दिल्ली वाले इंजीनियर के पास कोई चारा नहीं था, इधर 20k फॉलोवर वाली इंस्टाग्राम बहु को दिल्ली नहीं छोड़ना था, मगर मजबूरी जो न कराए वो कम। दिल्ली वाला फ्लैट एसा ही पड़ा छोड़कर दोनों गोंडा पहुंचे।
दिल्ली जैसे शहर को छोडकर गोंडा में नया जीवन शुरू करना, एक मुश्किल टास्क जरूर था, लेकिन इंस्टाग्राम बहु का टैलेंट काम आ गया, दिल्ली में 20k फॉलोवर वाली हजारों इंस्टाग्राम बहुएं थी,लेकिन गोंडा में वो अकेली।
दिल्ली में उसने हजारों वीडियो शूट किए थे, लेकिन पड़ोसी भी कभी झांकने न आया ये देखने की वो क्या कर रही, लेकिन गोंडा में हर एक शूट पर ऐसी भीड़ लगती थी, मानो शाहरुख खान शूट कर रहा हो।
गोंडा वासियों ने इंस्टाग्राम बहु को 20k से एक मिलियन पहुंचा दिया, और बहू भी अपनी इंस्टाग्राम फैमिली को गांव दर्शन बखूबी कराया करती।
और बहु गोंडा में एक इंस्पिरेशन बनी वो अलग, क्योंकि उसकी तरह बहुतों ने इंस्टाग्राम रील क्रिएटर बनना शुरू कर दिया था। बहुत सारे लड़के लड़कियां इंस्टाग्राम में अपना भविष्य ढूंढने लगे थे।
इंजीनियर साहब के पास जब पहला लोकल कांट्रेक्ट आया, एक बड़ी मिठाई की दुकान के प्रमोशन का, इंस्टाग्राम बहु के हाथों, तब उन्हें गहरा एहसास हुआ कि बहु सेलिब्रेटी है गोंडा में।
मुश्किल जीवन आसान बन गया, गोंडा में बेरोजगार बनकर आये पति पत्नी, इधर फेमस रील क्रिएटर बन चुके थे, बकायदा ट्रेनिग देते थे औरों को कि कैसे रील बनाई जाए। यूट्यूब चैनल शुरू कर दिया था बहु ने, जिसमें गांव दर्शन, शहर दर्शन करवाया करती थी।
और प्रैक्टिस मेक्स ए मैन परफेक्ट वाला मुहावरा तो यहां एकदम फिट था, टिकटाक की 10k वाली स्टार, यहां सेलिब्रेटी बन चुकी थी।