प्रिय श्रोताओं,
नमस्कार, हम यहाँ कुशल मंगल से हैं और दिल से चाहते हैं कि आप भी कुशल मंगल से रहें इसलिए समय से आपको बता दे रहे हैं कि धिन्चेक पूजा का गाना रिलीज हो गया है, वैसे जैसा कि आप सब जानते ही हैं कि इस कलाकार का दूर दूर तक सुर और ताल से कोइ लेना देना नहीं होता और ये बाबा राम रहीम की तरह अपने वीडियो के सभी हिस्सों की जिम्मेदार खुद होती है. तो इस बार भी इस कुख्यात गायिका ने गाने को बड़ी मासूमियत से बड़ा जुल्मी बना दिया है.
स्वेग मेरा स्टाईल है नाम के इस गाने में सुरों की जो हत्या की गयी है उसके लिए इसे जज साहब फांसी की सजा सुना सकते हैं,लेकिन रैप के नाम पर आजकल कई सिंगर यही कर रहे हैं इसलिए हो सकता है फीमेल सिम्पेथी मिल जाए.मगर प्रिय श्रोताओं आपके कानों के द्वार पर कभी भी ये आवाज दस्तक दे सकती है ‘स्वेग मेरा स्टाईल है स्वेग मेरा स्टाईल है,किलर मेरी स्माईल है,गाडी पचास लाख की स्पीड हंड्रेड माईल है’.
वैसे ये गाने के पहले शब्द सुनते ही आप कान बंद कर सकते हैं,मगर फिर भी अगर आपको लगे कि ये गाना येन केन प्रकारेण आपके किसी अहित चाहने वाले के कारण आपके व्हाट्सअप नम्बर के अंदर चुपके से समा गया है और चोरी से आपके कानों में प्रवेश करने ही वाला है तो इससे बचने के लिए निम्न उपाय आप कर सकते हैं.
आप अपने कानों में सर्दियों में यूज होने वाले रूई को प्रीइंस्टाल करा सकते हैं,जिससे कि चाह कर भी एसी अनचाही चीजें आपके मोबाईल से आपके कानों में न घुस पायें. आप जैसे ही दो शब्द सुनें ‘स्वेग मेरा’ आप तुरंत अपने फोन को पटक कर तोड़ दें,जिन्दगी और शरीर पहले है फोन बाद में भी लिया जा सकता है.
आप अपने फोन में कुछ समय इंटरनेट बंद रख सकते हैं,इससे आपके अहितकारी बन्धुवर चाह कर भी आपको इस बेसुरे कनदर्द से पीड़ित नहीं कर पायेंगे.
वैसे गाने के लिरिक्स एक दफा किसी साफ्टवेयर के माध्यम से राईटअप में लिए जा सकते हैं, क्योंकि गाने में धिन्चेक पूजा ने अपना जीवन परिचय दिया है,और एसे परिचय पता चलने से वैज्ञानिकों को भविष्य में एसी आपदाओं से बचने और एंटी डॉट्स बनाने में बहुत मदद मिल सकने की संभावना है.
प्रिय श्रोता,आप चाहें तो फोन का स्पीकर भी तोड़ सकते हैं या हेडफोन गायब कर सकते हैं,फोन को ब्लूटूथ स्पीकर से कनेक्ट करने की भूल तो कतई न करें ये आपके साथ साथ पड़ोसियों के लिए भी जानलेवा हो सकता है.
फोटो देखते ही तुरंत कानों में सरसों का तेल डाल लें,सुरक्षा ही बचाव है. हालांकि इस बार का धिन्चेक पूजा अटेक पिछले सालों की तुलना में कम बेसुरा है मगर फिर भी जब मालूम है कि सामने से तूफ़ान आने वाला है तो हवाओं में कच्छे सुखाने का क्या फायदा .
श्रोताओं हम चाहते हैं कि आपके कान सालों साल चलें,आपके जीवन में आप कभी बहरे न बनें, आपको हार्ट अटेक न आये और आप अपने सामने संगीत की अर्थी उठते न देखें.
बाकी जो है सो दिख ही रहा है. लेख लिखने वाले व्यक्ति ने उपरोक्त बचाव में कोइ भी नहीं लिया और अनचाहे धिन्चेक पूजा अटैक का शिकार हो गया, उसके कानों का अंतिम संस्कार कल निगम बोध घाट में सुबह सुबह किया जायेगा.
आपका भला चाहने वाला .