आज आसमान को अपनी छत और फुटपाथ को अपना बिस्तर मानने वाले लोगो का दिन है. हाँ कभी -कभी घर वाले भी लात मार के घर से बाहर निकाल देते है लेकिन हम उन वालो की बात नही कर रहे . जो भी हो किसी के लिए भी होमलेस होना हैप्पी तो कतई नही हो सकता . आज ‘ विश्व बेघर दिवस ‘ है . आज के दिन ही लाखो लोग एक आंकड़े के रूप में सरकार को भी याद आ जाते है .एक आंकड़े के अनुसार ही दिल्ली में डेढ़ से दो लाख बेघर लोग रहते है. इन आंकड़ो का संसार कभी सड़क के बीच तो कभी फूटपाथ पर बसता है . वही ये खाना खाने से लेकर अपनी खुशियों की जगमग दुनिया बसाए है . जब कभी इन्हें देखे तो कोशिश कीजियेगा मदद का हाथ आगे बढाने की