गंभीर अड्डा

UPSC का एग्जाम

अक्टूबर 1, 2016 सुचित्रा दलाल

ओएबांगड़ू  उडती – उडती खबर आ रही कि UPSC अब नौजवानों की परिभाषा बदलने जा रही है अरे कुछो समझे की ना ही , अब UPSC के एग्जाम देने का मौका 26 की उम्र तक ही मिल पायेगा हालाँकि अब तक ये सीमा 32 साल है. इस बदलाव का मकसद UPSC में ज्यादा से ज्यादा नौजवान भर्ती करना बताया जा रहा है. अब कोई ये बताये कि जब राहुल बाबा 40 पार करने के बाद भी युवा है तो फिर ये जनरल केैटेगरी वाले 32 साल में बुढ़ापे में कदम कैसे रख लेंगे . कुछ शानदार सवाल उठाते हुए एक खुल ख़त फेसबुक की दीवारों पर खूब शेयर हो रहा है आप भी पढ़िए

“मेरे प्यारे दोस्तों,

आशा करता हूँ की आपको अधिकतम उम्र वाली बात पता चल गई होगी l अब आप 26 साल की उम्र में बूढ़े होने वाले हैं l मतलब आप जवान कब हुए आपको खुद नही पता चलेगा l आपको शिलाजीत और मूसली के सेवन की आदत भी डाल लेनी चाहिए, चूँकि आप 26 की उम्र में ही बूढ़े होने को चले हैं l मैं जानता हूँ, मुझे भी कुछ दिन बाद वहीँ मुखर्जी नगर में झोला लटकाये और अपना मुँह लटकाये 6 घंटे की कोचिंग के बाद वापस कमरे पर आना है, खाना बनाना है, खाना है, और पढ़ाई करनी है और फिर कुछ आरक्षण पाने वाले लोगों के ताने सुनने हैं…मतलब जैसा आप सब करते आ रहे हैं मुझे भी वही करना है l हम आवाज नहीं उठा सकते, हम सामान्य वर्ग के हैं न, हमारी सुनेगा कौन? फिर अगर हम अपनी बात कहने भी लगे तो हर एक चीज़ का एक कॉमन सा आंसर है, “2000 सालों तक शोषण वाला” l हमारा कोई प्रतिनिधित्व भी तो नहीं करेगा, जैसे उनके लिए अम्बेडकर साहेब जी ने किया l ना ही सामान्य वर्ग का कोई नेता आरक्षण के खिलाफ बोलेगा, क्योंकि वोट चईये न, चईये की नहीं चईये? चईये चईये… खैर छोड़िये l अम्मा बाबू जी को 80% भरोसा दिला दीजिये कि खेत खलिहान न बेचें, कुछ दिन में यूपीएससी वाले बाबा हम लोगों को कहीं का नहीं छोड़ेंगे l यहाँ से भागे तो सीधा गाँव ही पहुंचेंगे तो खेती का विकल्प खुला रहे तो अच्छा l हाँ प्रण कर लीजिएगा कि आत्महत्या नहीं करेंगे, क्योंकि हम आप की मौत का मीडिया, टेलीकास्ट नहीं करती l हमको आपको लाइमलाइट न मिलेगी l खामखाँ अम्मा बाबूजी टेन्सनिया जाएंगे l हार्ट वार्ट फेल हो गया तो और दिक्कत, लेने के देने पड़ जायेंगे l यूपीएससी की तैयारी करते वक़्त न जाने कितनी बार ख्याल आया होगा न कि, अगर नहीं हुआ इस बार भी तब? तो अब इस ख़याल को जीवित रूप में देखिये l 20-21 साल में आप ग्रेजुएट होंगे, पोस्ट ग्रेजुएट होने में 22-23 साल के हो जायेंगे, 1 साल कोचिंग, उम्र हो गयी 23 24 l उसके बाद पहले अटेम्प्ट में आपकी मेरिट मारेगी, और दूसरे अटेम्प्ट में उम्र, फिर आप कहते फिरिएगा, साली उमर धोखा दे गयी बे! इसके बाद नशा मत शुरू कर दीजियेगा, गांजा चरस, जो बाकी रह गया होगा न वो भी चला जायेगा l हमको आपसे कतई सिम्पैथी नहीं है l जब हमारे बाप दादाओं ने शोषण किया है तो हम फिर से यूपीएससी का सपना देख भी कैसे लिए l हम फिर से उनसे ऊपर कैसे हो सकते हैं? सरकार उनके साथ है, संविधान उनके साथ है, सब चीज़ें उनके साथ हैं l हम आप कर्ण हैं, और वो अर्जुन l हमारे साथ धोखा होगा हम हारेंगे, लेकिन जब बात उठेगी योद्धाओं की तो नाम होगा कर्ण का अर्जुन का नहीं l कर्ण…याद रखिए l चलिए छोड़िए, पेट से ही अपने बालकों को यूपीएससी की कोचिंग दिलवाइए, हो सकता है लड़का आईएएस बन जाए, लाल बत्ती ले आये…“

 

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