ई हैं जौनपुर से बांगड़ू विक्रम ठाकुर , ये कहीं जॉब करते हैं और कहीं नजर रखते हैं. इन्हें दो दिन बाद याद आती है कि अरे मैंने यह देखा था और वो देखा था...