बिहार के फुलवरिया गाँव में जन्में रमेशचन्द्र झा भारतीय स्वाधीनता संग्राम में सक्रिय क्रांतिकारी रहिल . जो साहित्य के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय भूमिका ...
कबीरदास को भोजपुरी में नहीं पढ़ल तो समझों कछु नाहिं पढ़ें. अब तक कबीरदास दोहें हिंदी और संस्कृति में तो खुबे पढ़े होंगें. लेकिन भोजपुरी में कबीरदास का लि...
कद अमिताभ बच्चन सा, उमर सलमान खान की, आंखे अजय देवगन सी, कमर रेखा से आधा इंच ज्यादा लेकिन अंदाज विनोद पंत का. फिर वो लिखने का हो या बोलने का विनोद पंत...
अधूरी कविताएं अब तक मेरी लिखी कविताओं का निजी संकलन है। दुनिया में सबसे खतरनाक काम कविता सुनाना है क्योंकि सामने वाले को बोर करने के लिये भी आत्मविश्...
मांगे राम का नाम हरियाणवी लोक साहित्य में एक महत्वपूर्ण हस्ताक्षर है। लेखक मांगे राम नै कई रागनियां लिखी जो आज भी लो`ग खूब पसंद करै है. आज ओएबांगड़ू शे...
कभी मधुशाला तो कभी मधुबाला और ना जाने कितनी ही महान रचनाओ से लोगो को रूबरू कराने वाले हरिवंश राय बच्चन ने लोगो की जिंदगी के मायने ही बदल दिए . ज़िन्दग...
हरियाणवी बोली मै ही मजाक भरा है. हर बात पै मखोल(मजाक) करना हरियाणा आला की आदत मै शुमार है. हरियाणवी भाषा मै कई कहानी,कविता अर रागनी लिखी गयी पर सब के ...
नरेश मेहता उन चुनिन्दा लेखको में से एक थे जिनकी भारतीयता में गहरी जड़े थी. प्रकृति से खासा लगाव रखने वाले नरेश मेहता ने आधुनिक कविता को नयी व्यंजना के...