अक्सर सुरीले सुरों के रियास में खोये रहने वाले मुबईयां चन्द्र शेखर आजकल मुबई के अलग-अलग चटखारे चख र...
रे बांगड़ू मुबईया पाव बहुत खाते है. हर कोई हर तरफ पाव ही पाव करता फिरता है. कोई बाहर वाला मुबई चला जाए तो जरुर सोचेगा यह पाव ही बड़ी खास...