जैसे भारत में दिवाली चहल पहल का त्योहार है वहीं पश्चिमी देशों में क्रिसमस , जोहान्सबर्ग उन शहरों में है जहाँ गधे की तरह काम नहीं करवाया जाता बल्कि छु...
बनारस के विनय कुमार की इस चिट्ठी को पढ़कर लगा कि सच में एसा होता होगा, शादी के दो चार साल बाद ही बहुत से लोग अलग भी हो जाते हैं और फिर किसी और से शादी ...
किसी अनजान देश की राजधानी , कम आबादी के फायदे वगेरह जानने में एक अजीब सी उत्सुकता रहती है और जब कोइ अपने देश का बाशिंदा उस दुसरे देश में रहकर वहां की ...
भारत में कोइ एक बार मैदान में जाकर क्रिकेट मैच देख ले तो गंगा नहाकर पाप धो लिए वाली फीलिंग आती है. अगली बार जाने का मन ही नहीं करता. सौ दिक्कतें पार क...
औपचारिकताओं का देश है अफ्रिका यहाँ खुद को विन्रम दिखाने के लिए लोग टायलेट में तक हालचाल पूछने लग जाते हैं. बनारस के विनय कुमार को इन औपचारिकताओं से नि...
भारतीय जहाँ जाते हैं अपने जैसा माहौल बना ही डालते हैं, अफ्रिका के इस शहर को भी भारतीयों ने अपने रंग में रंग रखा है. बनारस के विनय कुमार जब पहली बार यह...
फर्ज करो आपकी गाडी का नम्बर बनारस में हो shiv कैसा लगेगा आपको ? कसम से इस शिव या सांई नाम की नम्बर प्लेट के लिए लोग खून बहा देंगे. वैसे जोहान्सबर्ग मे...
किसी भी शहर के ट्रांसपोर्ट से शहर की अन्दूरनी व्यवस्था को आंका जाता है. कहते हैं पब्लिक ट्रांसपोर्ट की हालत ही शहर की असली हालत होती है. बनारस के विनय...
अभी जियो खरीदने के लिए हमने डाक्यूमेंट तो दिए ही दिए साथ में आठ सौ रूपये तक दे डाले मगर जोहान्सबर्ग में फ्री में बिना डाक्यूमेंट के सिम . गाडी के कागज...