गाँव,जो अपने आप मे हमारे देश की संस्कृति को सहेजने और संरक्षित रखने के सच्चे वाहक हैं .उनके बारे मे लिखना बिलकुल वैसा ही है जैसे किसी क...
गांव के कच्चे रास्तों पर
जवान जानवर भाग रहे हैं.
जिनके पीछे बूढ़े भागते हैं.
बूढ़ों के पसीने
और
जानवरों के दूध
स...