जेठ हो कि हो पूस, हमारे कृषकों को आराम नहीं है
छूटे कभी संग बैलों का ऐसा कोई याम नहीं है
OyeBangdu तूने किस्से तो बहुत पढ़े होंगे आज एक चूहे का कहानी पढ़ जिसकी दिल्ली दूर ही रह गयी
चूहे की दिल्ली-यात्रा
चूहे ने यह कहा कि चूहिय...