दिल्ली में कुतुबमीनार के अलावा एक मिनी कुतुबमीनार भी है . कुतुबमीनार के हमशकल ‘मिनी कुतुबमीनार’ को देखने तक लिए भी काफी ढूँढना पड़ता है . आस-पास के लोगो का लगाव इस मिनी कुतुबमीनार से इतना ज्यादा हो चला है कि उनके घर इसकी तरफ चुम्बक की तरह बढ़ रहे है .
इतिहासकारों का खोज और बीन करने के बाद कहना है कि हस्तसाल गांव का मिनी कुतुबमीनार 17वीं शताब्दी में मुगल बादशाह शाहजहां द्वारा बनवाया गया होगा . कभी बादशाह के हंटिंग रिसोर्ट के तौर पर जाने जानो वाली कुतुबमीनार जैसी दिखने वाली यह इमारत 17 मीटर ऊंची है . फिलहाल आसपास वाले लोगो के बड़े होते घरो और और खुद के लिए कम होती जगह के चलते गायब होने की कगार पर है .
मुगलकालीन नक्काशी और लाल पत्थरों वाले ‘मिनी कुतुबमीनार’ के अंदर जाने के लिए सीढ़ियां भी बनी हुई हैं जो फिलहाल बंद हैं। मुगलकालीन इमारत कब अपना अस्तित्व खो दे, कुछ पता नहीं।