फिरोजाबादी राहुल मिश्रा का इडियट बाक्स पर विज्ञापन देख-देख कर दिमाग जबर भन्ना गया है। बार-बार बाबा जी का टीवी पर अपने प्रोडक्ट लेकर आने वाला प्रवचन देख कर अब राहुल का मन टीवी फोड़ने को करने लगा है। आप भी पढिए बाबा जी का ठुल्लु टाइप विज्ञापन कहर
रोज-रोज ई बाबा के टीवी विज्ञापन नै तौ जान लै रखी है, हम टीवी चलावत हैं समाचार सुनने के लें लेकिन दिखात का है! ई बाबा जी का ठुल्लु, मतलब के विज्ञापन!
हे बाबा! रहम करो रहम। वइसहीं बाबा लोगन पर भरोसा उठ सो गओ है। थोड़ो बौत स्वस्थ होन के चक्कर में योग के जरियें आप पर जम गयो। अब आप पतंजलि उत्पाद बेचन के चक्कर में सब कंपनी कूँ चोर साबित करन पर तुले हौ। आपने टीवी चैनलन, अखबारन में चौड़े से 10 हजार का लक्ष्य तय कर लिओ है। अब मार्केटिंग वाले लड़के-लड़किन की तरह दूसरे के सामान कूँ खराब प्रोडक्ट और अपने वाले कूँ बढ़िया उत्पाद बता रहे हो।
यार बाबा! आपने तौ अंग्रेजों भारत छोड़ो टाइप को आंदोलन खड़ो कर रखो है। टीवी पर हद सै जियादा तुमाए विज्ञापन देख कै तो बहुत जोर गुस्साए रहे हैं, बताए दै रे हैं। सुन लो,समझ लो। नै तो बाबा जी बस इत्ता बताए दे रहे हैं। भारत में लोगन की बजार सेंसेक्स से तेज चढत है, तौ उतर तो उस से भी तेज़ है । बाबा जी समझ रे हो ना।
रहम कर देओ बाबा जी, कछु विज्ञापन तौ वापस लै लियो, ताकि हमाउं कछु समचार सुन सकें। वो का है कि हम तौ चड्ढी सै लैके सब कछु विदेशी कंपनी की पहन/इस्तेमाल कर रये हैं। कर तो आपऊ रये होगे बाबा जी। बतात नाओ बस।
अपइं दूकान के चक्कर में देशी और स्वदेशी टाइप का गाल बजावन बंद करौ। बंद कर देओ बाबा, बंद करो। वरना अपनौ तौ बुरो करोगे ही, जा देश की जनता को भी बुरो करोगे।
वैसेउँ बिचाइ जनता! चलौ छोड़ो! बिचाइ है तौ रहै, हम का करें!