ये चिट्ठी हमारे बांगडू के आफिस में एक चीन के दुश्मन ने भेजी है. असल में चीनी दुश्मन साहब ने आफिस में लगने वाली चीनी मालाओं का घोर बहिष्कार कर दिया है . वह चाईना की बैंड बजा देना चाहते हैं. उनके पत्र से हमारे रग रग में रक्तसंचार हो गया है देशभक्ती का. उन्होंने अपना फोन फेक दिया है क्योंकि वह चाईनीज सेमसंग था. फिलहाल वह पोस्टआफिस से चिट्ठी लिख रहे हैं. चंकी महाराज ने चुपके से चाईना के 50 प्रतीशत सामान से बने लैपटॉप से उनका पत्र छापा है.ब्रेकेट वाले शब्द चंकी महाराज के अपने हैं . किसी को मत बताना प्लीज हाँ .
प्रिय बांगडू
चीन के सामान का बहिष्कार करो को लेकर पिछले दो दिनों से सोशल मीडया में बाढ़ आयी हुई है. अधिकतर लोगों का मानना है कि हमारी दिवाली में बिकने वाले चाईनीज आईटम ही चीनी अर्थव्यवस्था को मजबूती दिए हुए हैं. अगर हम दिवाली में ये बिजली की माला खरीदना बंद कर दें तो चीन की कमर टूट जायेगी. अत: मै चाहता हूँ कि हमारे आफिस में किसी तरह की बिजली की माला ना लगाई जाए.
चीन की अर्थव्यवस्था की कमर तोड़ने की खातिर मेरे भारत देश के देशभक्तों (फेसबुकियों) ने कमाल की मुहीम छेड रखी है जिसमे मै भी बढचढ़कर हिस्सा ले रहा हूँ . चाईनीज मालाओं के बहिष्कार को लेकर (चाईनीज बैटरी से चलती चाईनीज डोंगल से नेट पोषित और चाईनीज चिप माईक्रो चिप से बने) मोबाईल फोन से लगातार फेसबुक अपडेट किये जा रहे हैं . ट्विटर भी ट्रेंड कर रहा है कि बिजली की माला छोडो दिवाली में .
एक चचा ने तो बीच चौराहे में चाईनीज बिजली की माला आग से जलाने का भी एलान कर दिया है. उधर सुनने में आ रहा है कि चाईनीज पीएम ने घबराकर अपनी बिजली की मालाओं के समर्थन में भारतीय लोगों से चाईनीज भाषा में अपील की है. अब चूंकि अपील चाईनीज में है इसलिए अभी उस पर नो कमेन्ट .
बाकी सब ठीक चल रहा है. बांगडू आफिस में कहना हम कुशल मंगल से हैं जल्द ही एक एसी(आधा मेड इन चाईना ) और फ्रिज(आधा मेड इन चाईना ) भिजवा देंगे . एलईडी टीवी अपने साथ खुद लेकर आयेंगे क्योंकि उसमे फारन टेक्नोलोजी का यूज हुआ है. बड़ा महंगा टीवी है .( मेड इन चाईना) .
तुम्हारा प्यारा चमन (द ग्रेट देशभक्त एंड चीनी दुश्मन)