अपने देश में नोटबंदी चल रही है , पुराना 1000 छोटा पड़ रहा था इसलिए 2000 ले आये और एक साउथ अफ्रिका है 200 के नोट में उनका गुजरा चल जा रहा है. आजकल के इंडिया के हालात और जोहान्सबर्ग की करंसी पर निगाह डाल रहे हैं बनारस के विनय कुमार
आजकल हिंदुस्तान में चल रहे नोट बंदी (5०० और 1००० के नोट बंद होने की घटना) के साथ साथ यहाँ की करेंसी और बैंकिंग के बारे में भी जानना दिलचस्प रहेगा| इस देश में अनेक वर्ग की मुद्रा उपलब्ध है जिसमें सिक्कों से लेकर नोट तक हैं| हमको सबसे पहली दिक्कत तो यह हुई कि यहाँ आने से पहले तक हमें पता था कि यहाँ की मुद्रा ज़ार है| लेकिन यहाँ आने पर पता चला कि इसे रैंड भी कहते हैं और लिखते समय R100, R 200 लिखते हैं|
यहाँ पर सबसे छोटा सिक्का 5सेण्ट का है फिर1० सेण्ट का है और उसके बाद 2० सेण्ट और 5० सेण्ट का| फिर 1 ज़ार, 2० ज़ार और 5 ज़ार के सिक्के भी हैं| ये सारे सिक्के आज भी बखूबी चलते हैं और हर दूकान में आपको फुटकर के तौर पर मिल जाते हैं|
सबसे छोटा नोट यहाँ 1० ज़ार का है और उसके बाद 2० ज़ार, 5० ज़ार, 1०० ज़ार और 2०० ज़ार का है| 2०० ज़ार से बड़ी कोई मुद्रा यहाँ नहीं है और इससे काम चल जाता है| एक अपना हिंदुस्तान है जहाँ 2००० रुपये का नोट भी लोगों को छोटा लग रहा है|
अपने देश की तरह लाख और करोड़ यहाँ नहीं चलता है, इस देश में लाख को सौ हजार (HUNDRED THOUSAND) और उसके बाद मिलियन और बिलियन होता है (मिलियन मतलब 1० लाख)|
आप अगर हिंदुस्तान में किसी भी बैंक में खाता खोलते हैं तो आपको अपने बचत खाते में रखे हुए धन पर ब्याज भी मिलता है जो अलग अलग बैंक अलग अलग दर पर देते हैं| लेकिन यहाँ पर आप ने अपना खाता खोला तो ब्याज मिलना तो दूर, हर महीने एक निश्चित रकम देने के लिए तैयार हो जाईये| उसके बाद अगर आपने एक निश्चित संख्या से ज्यादा बार अगर रकम निकाली तो भी आपको कुछ शुल्क का भुगतान करना पड़ेगा| नगद तो आप जब भी जमा करेंगे, आपको शुल्क लगेगा ही| हां अगर आपने फिक्स्ड डिपाजिट में पैसा रखा है तो आपको जरूर ब्याज मिलता है, लेकिन उसमें भी एक शर्त है कि समय से पहले आप पैसा निकाल नहीं सकते| अगर आपने समय पूर्व पैसा निकाला तो आपको ब्याज तो कुछ भी नहीं मिलेगा और कुछ पेनाल्टी अलग से लगेगी (मतलब अगर आपने 1००० ज़ार फिक्स्ड डिपाजिट में जमा किये हैं और आप उसे समय पूर्व निकाल रहे हैं तो आपको शायद 95० ज़ार ही मिलेंगे)|
एक और महत्वपूर्ण बात, यहाँ का रिज़र्व बैंक सरकारी नहीं है, बल्कि प्राइवेट है| पूरी दुनिया में कुल 7 देश ही हैं जहाँ रिज़र्व बैंक प्राइवेट है और यह देश उनमें से एक है (अमेरिका और स्विट्ज़रलैंड भी है इस लिस्ट में)| यहाँ पर बैंकिंग इंडस्ट्री में एकाधिकार का ये हाल है कि 5 बड़े बैंक हैं यहाँ पर जो पूरे दक्षिण अफ्रीका के बैंकिंग का 95 प्रतिशत हिस्सा अपने पास रखे हुए हैं| बाक़ी बचे 5 प्रतिशत के लिए तमाम बैंक काम करते हैं|
महंगाई की दर भी पिछले तीन सालों में काफी बढ़ी है और बढ़ती बेरोजगारी के चलते यहाँ के आर्थिक हालात काफी ख़राब हो चुके हैं| लोग वर्तमान सरकार से भी काफी खफा हैं और अगले चुनाव में सत्तारूढ़ अफ्रीकन नेशनल कांग्रेस को बदलने की बात भी जोरो शोरों से उठ रही है|
पुरानी चिट्ठियों का मजा लूटने के लिए यहाँ पर लूट महोत्सव चलायें