यंगिस्तान

जोहान्सबर्ग से चिट्ठी -14

नवंबर 5, 2016 ओये बांगड़ू

फर्ज करो आपकी गाडी का नम्बर बनारस में हो shiv कैसा लगेगा आपको ? कसम से इस शिव या सांई नाम की नम्बर प्लेट के लिए लोग खून बहा देंगे. वैसे जोहान्सबर्ग में आप एसा कर सकते हो .चाहे तो राम लिखवा लो चाहे रहीम . आपका नम्बर प्लेट एसे ही होता है यहाँ. किश्तों में रहने वाले देश के बारे में बता रहे हैं बनारस के विनय कुमार मन लगा कर पढना.

यहाँ पर गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन का नियम भी कुछ अलग है, मतलब गाड़ी का नंबर कुछ भी हो सकता है| शुरू में तो नहीं पता था लेकिन अलग ढंग से लिखे नंबर जिज्ञासा जरूर उत्पन्न करते थे| इसी बीच कुछ ऐसे नंबर दिखे जिसमें किसी का नाम लिखा था तो किसी के धर्म के बारे में लिखा था तो लगा कि यहाँ आप कुछ भी नंबर लिखवा सकते हैं| दरअसल यहाँ पर तो नंबर सामान्यतयः हिन्दुस्तान के उलट ही लिखे जाते हैं, जैसे वहां पर पहले राज्य को लिखा जाता है (UP651234), लेकिन यहाँ पर राज्य को अंत में लिखा जाता है (WSR481GP)(GP मतलब हाउटेन्ग प्रोविंस)| कहीं कहीं इसके अपवाद भी हैं|

लेकिन यहाँ सबसे बड़ी सुविधा यह है कि आप कुछ अलग भुगतान करके अपना नंबर कुछ भी लिखवा सकते हैं| उदहारण के तौर पर अगर आप बजरंग बली के तगड़े भक्त हैं तो अपना नंबर कुछ ऐसा लिखवा सकते हैं (HANUMAN GP)| अब मैंने तो यहाँ पर एक से एक नंबर प्लेट देखी है, जैसे  श्रीराम, अली जैसे धार्मिक नंबर प्लेट, या किसी का नाम जैसे शीला, बद्री आदि भी| लोग अपने बिज़नस के हिसाब से भी नंबर लिखवा लेते हैं और मुझे तो खैर बहुत अच्छा लगता है इनको देखकर| काश हिंदुस्तान में भी ये सुविधा चालू हो जाए तो मजा आ जाए|plates_side

एक चीज और है, यहाँ गाड़ियों का बीमा काफी महंगा है और अधिकतर यह मासिक भुगतान पर होता है| मतलब हर महीने आपके खाते से बीमा की रकम कट जायेगी| शुरुआत में तो बहुत तगड़ा झटका लगा जब देखा कि जो रकम हम हिंदुस्तान में पूरे साल में देते हैं, वह यहाँ दो महीने में ही देना पड़ रहा है| और बीमा के लिए बस फोन पर बात कीजिये और अपना ईमेल दीजिये, आपकी गाड़ी का बीमा हो जायेगा| ये अलग बात है कि हमारे जैसे शुद्ध बनारसी आदमी के लिए फोन पर यहाँ की अंग्रेजी समझना कितना कठिन था, बता नहीं सकते|447_bmw_bye

यहाँ एक और दिक्कत से हमारा साबका पड़ा, हिन्दुतान में तो हम लोग शून्य को जीरो या शून्य ही कहते हैं (अंग्रेजी या हिंदी में), लेकिन यहाँ पर जीरो को ओ कहते हैं (O)| अब आप ही बताईये, कोई आपको अपना नंबर बता रहा है और उसमें पड़ने वाले जीरो को ओ कह रहा है तो आपको दिक्कत होगी या नहीं (खैर हम तो अब भी ओ नहीं कह पाते हैं, जीरो ही कहते हैं)|  यहाँ पर मोबाइल के नंबर 9 डिजिट के होते हैं, बस आपको पहले एक ओ मतलब जीरो लगाना पड़ता है|1002729954_2_644x461_personalised-number-plates-add-some-photos

यहाँ पर फोन आपको महीने के किश्त पर, यानि कॉन्ट्रेक्ट पर मिल जाता है (अब तो भारत में भी मिल रहा है)| आप किसी भी नेटवर्क कंपनी के पास जाईये, वो आपको महीने के कॉन्ट्रैक्ट पर, जो कि अमूमन दो साल के लिए होता है, फोन दे देगा| इसीलिए शुरू में मुझे हर व्यक्ति के हाथ में आई फोन देखकर झटका लगा था, बाद में समझ आया कि जो मर्जी वो फोन आप ले सकते हैं यहाँ|

वैसे तो यह देश पूरी तरह से किश्तों पर जीने वाला देश है लेकिन लोग यहाँ जिंदगी को भरपूर जीते हैं|

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जोहान्सबर्ग से चिट्ठी -13

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