ठीके में एही दुनियां में भांति-भांति के लोक है। कुछ लोक तो अपना शोहरत खातिर कुछुओ करने ना ही हिचकती है। अगर बात गिनीज बुक में नाम दर्ज कार्बन का हो तो बाते अलग हो जाता है। ऊ कहते हैं न कि दुनियां में आये हैं तो किछु कर के जायेंगे। जी हां, ओही बात है। अब आज-कल तो लोगन में गिनीज बुक का जबरदस्त बुखार है। कभी पैर ऊपर और सर निचे करके ई किताब में नाम लिखबा लो त कभी एक पाऊं पर ठाढ़ होकर।
बस कैसे भी इस किताब में नाम लिखबा लो, चाहे ओहि खातिर जान काहे न जोखिम में डालना पड़े। एकठो अइसने महिला हैं ऑस्ट्रेलिया का जो अहि किताब में नाम लिखाबए खातिर टेबुल पंखा के ब्लेड को जीभ से रोक देती हैं। शायद आपको एहि बात पर विश्वाश न हो कि कोनो महिला अइसन कैसे तेज रफ्तार में चल रहे टेबल पंखा को जीभ से रोक देगी। लेकिन ई एकदम सही है।
महिला ई कारनामा देखेबा खातिर दुनू हाथ में एक-एक पंखा लेकर ओकरा चालू करके अपनी जीभ से रोकने लगी। दोनों पंखा के ब्लेड को लगभग महिला ने 25 बार अपनी जीभ से रोका, जबकि पंखा का ब्लेड पूरी गति में घूम रहा था। महिला पखा के ब्लेड को रोकने के लिए ब्लेड में जीभ लगा कर तुरंत यह कारनामा कर देती।
गिनीज बुक में नाम दर्ज करेबा खातिर अइसन-अइसन कारनामा करना या तो खुद को लोकप्रिय बनाने का हथकंडा हो सकत है या तो पागलपन। खैर, अइसन पागलपन तो एहि दुनियां में आम बात हो गइल है।