आज सुबह से आपको धनतेरस की बधाई के व्हाट्सप मेसेज मिलना शुरू हो गए होंगे, आपके फोन में अब अगले 10 दिनों तक ये मेसेज देखने को मिलेंगे। असल मे ये नया फ्यूचर त्यौहार तैयार होने जा रहा है। जिसमे मोबाइल सफाई की जाएगी । वैसे ये त्योहार एक जनवरी के कुछ दिन बाद भी बनाया जा सकता है और वेलेंटाइन के आस पास भी इसकी बहुत महत्ता है। मगर पर्सनल स्टडी से पता चला है कि दिवाली के मैसेज सबसे ज्यादा आते हैं.
दिवाली के मेसेजेस की शुरुवात हो जाती है छोटी दिवाली से जिसके दो दिन पहले से आपको सन्देश मिलने लग जाते हैं कि आपको बधाई। वैसे इसकी शुरूवात के शुरू में जाऊं तो कई कतई धार्मिक लोग दशहरे के दिन मेसेज कर रहे होते हैं कि 21 दिन बाद दिवाली है और उस दिवाली की आपको हार्दिक बधाई।
अब ये बधाई यूं ही लिखी हुई आती तो कुछ बात भी होती मगर ये सन्देश मेम्स की शक्ल लिए हुए होते हैं। इनकी आदत होती है मेम्स को कम से कम अपने कांटेक्ट में शामिल 70% लोगों तक पहुंचाना। और ये टारगेट सुबह ही कम्प्लीट भी हो जाता है।
फिर आती है छोटी दिवाली, सेम थिंग उस दिन भी, और उसके बाद तो समझिए हर चीज की बधाई के सन्देश यूं आपके मोबाइल में आते हैं मानो आपको फोन कोई कचरा घर हो और हर कोई आपके फोन में कचरा डाल रहा हो।
असल मे शुरू शुरू में कभी-कभी फोन करने का रिवाज होता था लेकिन फास्टम्फास्ट युग में कौन कमबख्त फोन करे। इससे तो अच्छा है सीधे मेम्स फारवर्ड कर दो.
भय्या दूज खत्म होते होते ही आपके फोन में एक ही चीज बचती है । दिवाली की बधाई, फिर आप उसकी सफाई में अगले 10 दिन खर्च करते हैं।
है न कमाल।
तो क्यों न दिवाली के मेम्स साफ करने के दिन को भी वर्चुअल त्योहार के रूप में मनाएं.
आइए हम सब मिलकर एक नया त्योहार ईजाद करें, जो दिवाली के मैसेज मोबाइल से हटाने के उपलक्ष्य में मनाया जाए
त्योहार का नाम होगा “मोबाइल की ले ली”