इह जब से भारतीय सेना ने पीओके में ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ की है, तबो से भारत और पाकिस्तान में लोग ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ की गज़ब ऐ सर्जरी करने में लगा है. भारत में केज्रू से लेकर पाकिस्तानी भारत छोड़ो वाला बवाल सभी जान रहे है. लेकिन पाकिस्तान में का हो रहा इह ओएबांगड़ू को बबुआ बता रहा है . बबुआ कहत है कि हम बताई बांगड़ूआ तोहका वो सच जो सोशल वाले मीडिया पर खूबे शेयर हो रहा है कि पकिस्तान का लोग किस बात को लेकर खौफ खाया है.
पाकिस्तान मा जो भी ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ शब्द के बारे में सुनत है उसका ही चक्कर आना शुरू हो जात है. उह का है न अंग्रेज़ी की कम जानकारी की वजह से पाकिस्तानियों को लग रहा है कि भारत ने इस बार कोन्हो अलग ही टाइप का अटैक कर दिया है. जो भी सुनत है वो ही घर छोड़ के भागत है
कुछ का तो लगत है कि “इस अटैक मा पाहिले ज़बरदस्ती सर्जरी करत हैं, फिर उस सर्जरी के पैसे लेत हैं, उसके बाद मारत हैं। यानि पैसे और जान दोनों लेई लेत है” कोन्हो को लगत है “इस हमले में आदमी को सुई चुभो-चुभोकर मारा जात हैं।” अब पाकिस्तान के सभी शहरों में अस्पतालों के बाहर भी लंबी-लंबी क़तारें लगत हैं। लोग डॉक्टरों और कंपाउंडरों से पुचत है के “ये सर्जरी वाला अटैक कैसा होता है?”
हालात पर क़ाबू पाने के लिये पाकिस्तान सरकार ने जगह-जगह सूचना-केंद्र खोलत है, जहां लोगों को ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ का मतलब समझाया जात है। सरकार रेडियो और टीवी पर भी चौबीसों घंटे अनाउंसमेंट कर कहत है कि ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ बहुत ख़तरनाक किस्म का हमला नहीं है, इससे ज़्यादा घबराने की ज़रूरत ना हीं है।
अरे पाकिस्तान विदेश सचिव एजाज़ अहमद चौधरी भी प्रेस कॉन्फ्रेंस मा भारत पर निशाना साधते हुए कह दिया है कि “भारत जानबूझकर पाकिस्तान पर अंग्रेज़ी में हमला किया है। इससे तो अच्छा था कि वो हम पे हिंदी में कोई बम ही गिरा देता ” श्री चौधरी ने पसीना पोंछते हुए आगे कहा कि “जितने बंदे हमारे इस ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ से मरे हैं, उससे डबल इसे सुनकर मर चुके हैं। शरीफ़ साब को ख़ुद कल से ठंडे पसीने आये जा रहे हैं।
बाकि और का हो रहा है पाकिस्तान मा इह बबुआ समय – समय पर बताई बे करी