देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी में सामने आए घुसकाण्ड और फिर उस काण्ड की गेंद एक दुसरे के पाले में फेंकने में लगे शीर्ष अधिकारियों की लडाई ने CBI की साख को हिला दिया हैं. ऐसा पहली बार हुआ कि सीबीआई ने सीबीआई के ही ऑफिस पर छापा मारा हो .
इन सब के बीच केंद्र सरकार ने मामले की गंभीरता को समझते सीबीआई चीफ आलोक वर्मा और स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना की छुट्टी कर दी हैं. अब अलोक वर्मा की जगह नागेश्वर राव को CBI का अंतरिम डायरेक्टर बनाया गया है. एम नागेश्वर राव सीबीआई में ही ज्वाइंट डायरेक्टर के पद पर हैं. राव तेलंगाना के वारंगल जिले के रहने वाले हैं. 2016 से CBI में ज्वाइंट डायरेक्टर हैं. इस फैसले के बाद छुट्टी पर भेजे गए दोनों शीर्ष अधिकारीयों के ऑफिस भी सील कर कर दिए गए हैं.
गौरतलब है कि स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना के खिलाफ मीट कारोबारी मोइन कुरैशी से 3 करोड़ रुपये की रिश्वत लेने का आरोप लगाया गया है. घूसखोरी के मामले में एफआईआर के बाद अब सीबीआई ने अस्थाना पर फर्जीवाड़े और जबरन वसूली का मामला भी दर्ज किया है.
अपने खिलाफ दायर एफआईआर को लेकर सीबीआई के स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना ने मंगलवार को दिल्ली हाई कोर्ट में अपील दायर की थी. कोर्ट ने सुनवाई करने के बाद कहा कि अगली सुनवाई तक अस्थाना के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी. अगली सुनवाई 29 अक्टूबर को होगी. उधर इस मामले में गिरफ्तार सीबीआई के डीएसपी देवेंद्र कुमार को सीबीआई ने मंगलवार को पटियाला हाऊस कोर्ट में पेश किया था. जहां सीबीआई ने कोर्ट से डीएसपी देवेंद्र कुमार को पुलिस हिरासत में लेने की मांग की. सीबीआई ने अपने डीएसपी देवेंद्र कुमार को 10 दिनों का रिमांड मांगी है.