एक फिल्म है फुकरे रिटर्न्स ,आ गयी है थियेटर में . लगभग वैसी ही है जैसी फुकरे पहले बाली थी,स्टोरी तो सेम तू सेम मान लो बस ट्रीटमेंट अलग किया हुआ है.
वह...
ये लोग तो भल कि पल्यूशन है, मेरको लगा कुछ होगा. दाज्यू, मैंने तो कोहरा ही देखा है. जीवन में पहली बार कोहरा तो तब ही महसूस हुआ था जब बौज्यु 12वी की परी...
डियर X- गर्लफ्रेंड
तुम्हारा जवाब पढ़ा. पढ़कर वही फिलिंग आयी जो दूध में अंडा और चीनी डाल तुम्हारे हाथों के बने ब्रैड के विदेशी ब्रेक-फास्ट को खा कर आयी थ...
डियर Ex
शब्दों से अच्छा तो तुम खेल ही लेते थे अब जादूगरी भी अच्छी करने लगे हो. तुम्हारी ही कहूँ तो खेलने और जादूगरी में बस छल का ही एक भेद है. तुम्हार...
डियर X- गर्लफ्रैंड,
मैं चाहता हूं तुम इसे पढ़ो और जानो कि वो मक्खी जिसे तुमने अपनी जिंदगी के दूध से निकाल फेंका था, अभी जिंदा है। तुम्हें जानना चाहिये...
बात तब की है जब कुछ ना मिलने पर तागे में चप्पल बांद कर ही हवा में उड़ती पतंग को लंगड़ से चुनौती दी जाती थी. तब ख़ुशी कैसेट के दोनों साईड दस-दस गाने भर जा...
विनोद पन्त ने जाटों और हार्दिक पटेल से प्रेरित होकर पंतो के लिए रिजर्वेशन की मांग कर डाली है उनकी कुछ विशेष मांगें ये हैं
व्यंगकार विनोद पन्त
आरक्षण च...
इन दिनों एक बवाल एप्प चली है. नाम है सराह. है तो यो अरबी का शब्द जिसका मतलब ईमानदारी से है. इजात भी इसका सऊदी में ही हुआ है. पर इन दिनों बवाल अपने देश...
सहर करीब दस साल से पढ़ने और लिखने के शौक को काम की तरह करते हैं। तीन साल से अपना ब्लॉग लिख रहे हैं। खुद को अति-प्रैक्टिकल मानते हैं इसलिए इनकी कहानियों...
निर्देशक अनीज बज्मी ने फिर से सरदार वाली फिल्म बनाई है नाम है मुबारकां, वैसे सिंह इज किंग के बाद अनीज बज्मी साहब शायद सरदार को फिल्म में कम्पलसरी मानन...
विनोद उप्रेती कहते हैं कि वो लेखक नहीं हुए, लेकिन लिख एसा डालते हैं कि लेखकों को खुद को लेखक कहने में शर्म आ जाए. ये उनका पहला लेख है हमारे साथ. बांगड...
विनोद उप्रेती कहते हैं कि वो लेखक नहीं हुए, लेकिन लिख एसा डालते हैं कि लेखकों को खुद को लेखक कहने में शर्म आ जाए. ये उनका पहला लेख है हमारे साथ. बांगड...
सहर करीब दस साल से पढ़ने और लिखने के शौक को काम की तरह करते हैं। तीन साल से अपना ब्लॉग लिख रहे हैं। खुद को अति-प्रैक्टिकल मानते हैं इसलिए इनकी कहानियों...
डाक्टर अनिल कार्की कहते हैं कि पिछली दस किश्तों के बाद यह ग्यारहवीं किश्त उन सभी भले बुरे गुरुओं के नाम जिन्होंने जिन्दगी में कुछ ना कुछ सिखाया . इसका...
“ सरकार अभी हनीमून पर है असुविधा के मौज लें ” वाले बोर्ड के पीछे दाहिने तरफ एक चिट्ठी मिली है. किसने किसको लिखी है भगवान जाने. जिसे अधिक जिज्ञासा हो ग...
डाक्टर अनिल कार्की कहते हैं कि अपनी माटी अपना बचपन की यह 10वीं किश्त’भोटिया-भोट जुमली-जुमला’आप सब लोगों के लिए
बैलों के साथ लेखक डाक्टर अनिल कार्की
मे...
डाक्टर अनिल कार्की कहते हैं अपनी माटी अपना बचपन की पिछली आठ किश्तें आप लोग पढ़ चुके हैं. आप लोगों ने खूब सरहा, खूब पंसद किया, सुझाव रखे इसके लिए तहेदिल...
बाबा बांगडू यूट्यूब में ट्रेलर देख रहे थे,अचानक ये दिख गया साउथ का धमाल
ये दक्षिण की फ़िल्में सच में कुछ अलग लिए होती हैं, अभी बाहुबली देखी होगी सबने ...
डाक्टर अनिल कार्की कवि हैं लेखक हैं और पहाड़ का मर्म समझने वाले पहाडी हैं, अपने आस पास के ठेठ पहाडी पन को बड़ी ख़ूबसूरती से शब्दों में पिरोते हैं और देश ...
चन्द्र शेखर खुलबे साहब मुम्बई में रहते हैं और संगीत में बसते हैं, खाने पीने की चीजों में भी पता नहीं कौनसा संगीत खोज लाते हैं
भेल भेल का रंग है , भेल ...
डाक्टर अनिल कार्की कवि हैं लेखक हैं और पहाड़ का मर्म समझने वाले पहाडी हैं, अपने आस पास के ठेठ पहाडी पन को बड़ी ख़ूबसूरती से शब्दों में पिरोते हैं और देश ...
डाक्टर अनिल कार्की कवि हैं लेखक हैं और पहाड़ का मर्म समझने वाले पहाडी हैं, अपने आस पास के ठेठ पहाडी पन को बड़ी ख़ूबसूरती से शब्दों में पिरोते हैं और देश ...
अगर आप अपने छोटे से गांव से किसी भी छोटे या बड़े शहर के नामी स्कूल में दाखिला लेकर पढ़े हैं तो इन दिनों आपके लिये सिनेमा हॉल में एक बढ़िया फिल्म लगी है न...
डाक्टर अनिल कार्की कवि हैं लेखक हैं और पहाड़ का मर्म समझने वाले पहाडी हैं, अपने आस पास के ठेठ पहाडी पन को बड़ी ख़ूबसूरती से शब्दों में पिरोते हैं और देश ...
डाक्टर अनिल कार्की कवि हैं लेखक हैं और पहाड़ का मर्म समझने वाले पहाडी हैं, अपने आस पास के ठेठ पहाडी पन को बड़ी ख़ूबसूरती से शब्दों में पिरोते हैं और देश ...
डाक्टर अनिल कार्की कवि हैं लेखक हैं और पहाड़ का मर्म समझने वाले पहाडी हैं, अपने आस पास के ठेठ पहाडी पन को बड़ी ख़ूबसूरती से शब्दों में पिरोते हैं और देश ...
रैनसमवेयर वायरस की रपट भारतीय थाने पहुंचने पर एक संवाद. रैनसमवेयर की रपट का भारतीय थाने में पहुंचने से लेकर थाने में साइबर सेल की मौजूदगी, थानेदार का ...
डाक्टर अनिल कार्की कवि हैं लेखक हैं और पहाड़ का मर्म समझने वाले पहाडी हैं, अपने आस पास के ठेठ पहाडी पन को बड़ी ख़ूबसूरती से शब्दों में पिरोते हैं और देश ...
वर्तमान भारतीय इलेक्ट्रॉनिक मिडिया की ख़बरों की मान ली जाय तो भारत दिल्ली-एनसीआर से शुरु होकर दिल्ली-एनसीआर में ही खत्म हो जाता है. इसके अलावा इसके चार...
रोहित जोशी का यह लेख इससे पहले मीडिया विजिल में छप चुका है, लेखक की इजाजत से इसे दोबारा यहाँ प्राकशित किया जा रहा है
तबियत खराब हो, रात में नींद नहीं ...
एक हुआ करते थे एडोल्फ हिटलर, नाम तो सुना ही होगा, मक्खी की सी मूंछों वाला, द्वितीय विश्वयुद्ध का सबसे बड़ा खलनायक जिसने अपनी तानाशाही में लाखों यहूदियो...
एक बड़े जबर्दस्त कलाकार होते थे, नाम था राजा रवि वर्मा, केतन मेहता साहब की एक फिल्म रंगरसिया के जरिये बहुत से लोगों ने राजा रवि वर्मा को जाना होगा. एक ...
ठीके में एही दुनियां में भांति-भांति के लोक है। कुछ लोक तो अपना शोहरत खातिर कुछुओ करने ना ही हिचकती है। अगर बात गिनीज बुक में नाम दर्ज कार्बन का हो तो...
कलर टीवी के नए रियल्टी शो में दिल्ली के दिव्यांग बच्चों ने हिस्सा लिया, एक्रबेटिक योगा की टीम ने कलर चैनल में जल्द प्रसारित होने वाली रियल्टी शो के लि...
ई हई बिहारक रजधानी पटना। वैसे तो पटना गाँधी मैदान, बजरंगवली मंदिर, गोलाम्बर, लालू यादव इत्यादि बहुतो चीज के लिए फेमस है, परन्तु आजकल हियाँ चर्चा का वि...
डिप्रेशन एक एसी बीमारी है जिसे हम जब तक अच्छी तरह समझ पाते हैं तब तक वो विकराल रूप ले लेती है. वैसे डाक्टरी भाषा में इसके लक्ष्ण बडे आसान से बता दिए ग...
कहानी 1947 में भारत की आजादी की , किसी ऐसी जगह जहां भारतीय मर्द चोरी से रात के अन्धेरों में जाते हैं और रेडक्लीफ की खीची दो मुल्क बनाने वाली लकीर जब क...