टिकटाक देखा, तसल्ली से , भरपूर मात्रा में। इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर।
जैसे यूट्यूब में एक ट्रेंड चलता है “मेन विल बी मेन” सब उसी पर वीडियो बनाने लगते हैं।
वैसे ही इनका भी ट्रेंड चलता है, सब उसी पर वीडियो बनाने लगते हैं।
ट्रेंड की आंधी में वीडियो भी ट्रैफिक पकड़ लेता है और बनाने वाले के फॉलोवर बढ़ जाते हैं।
अब जैसे ये “यूट्यूब वर्सेज टिकटाक” है,।एक यूट्यूबर का एक इंटरव्यू देख रहा था, वह कहता है “लगा ही नहीं था कि ये ट्रेंड चल पड़ेगा,मगर कैरी मिनाती के वीडियो के बाद तो हर कोई इसी पर बनाने लगा”। मतलब ट्रेंड के पीछे ही तो हैं दोनों जन।
एक स्क्रिप्ट लिखता है, एक्ट करता है, शूट करता है एडिट करता है। वह उनका कांसेप्ट है।
दूसरे में स्क्रिप्ट तैयार की जाती है, एक्चुली परफार्मेंस कैसे करेंगे ये तय करते हैं, एक्ट भी करते हैं, शूट भी करते हैं, सुर थोड़ा बहुत एडिट भी।
एक में ऑरिजनल के नाम पर सोशल मीडिया में तैर रहे डायलॉग कॉपी करते हैं(सभी नहीं, मगर इस विवाद में पड़े अधिकतर)।
दूसरे में यूट्यूब में बोले गए संवाद कॉपी करते हैं, हूबहू(सभी नहीं, मगर इस विवाद में पड़े अधिकतर)।
कल टिकटाक के बहुत सारे वीडियो देखने के बाद ये निष्कर्ष निकाला मैंने कि दोनों एक से हैं।
और एक भारतीय की आम भाषा में बोलूं तो एक चाइनीज माल(टिकटाक) है, इसलिए उसकी उतनी ही इज्जत बनती है, दूसरा अमेरिका का माल है इसलिए उसकी इज्जत ज्यादा है।
बाकी यूटयूब इस धंधे में बहुत पहले से है और टिकटाक अभी अभी आया है।
यूट्यूब में हजारों लाखों ब्रांड खुद को एंडोर्स करवाते हैं, इसलिए वह अपने क्रियेटर को पैसा देने की स्थिति में रहता है।
टिकटाक में अभी एनोडर्समेंट प्रापर तरीके से शुरू नहीं हुई है, इसलिए उसे समय लगेगा।
यूट्यूब पूरा ऑर्गनाइज होकर चलने लगा है अब, कॉपी राइट जैसी चीजें भी यहां उपलब्ध हो गई हैं, मगर टिकटाक में ये सब अभी शुरू नहीं हुआ है।
शुरुवाती यूट्यूब में भी कॉपी राइट जैसी चीजें नहीं थी, ये सब बाद में एड हुआ, टिकटाक में भी बाद में ये चीजें एड हो सकती हैं।
यूट्यूब इतना पॉपुलर हो चुका है कि इस दुनिया का भीष्म पितामह है वह, सदियो से सबसे पहले उसी पर कोई भी चीज।सर्च करी जाती है, और टिकटाक सिर्फ मनोरंजन के लिए आयी एक चीज है तो दोनों का तो कोई तालमेल है ही नहीं।